पहलगाम हमले का 1 महीना: आतंकवाद पर प्रहार..., आतंकिस्तान को करारा जवाब; ऑपरेशन सिंदूर से अब तक क्या-क्या हुआ?

पहलगाम हमले का 1 महीना: आतंकवाद पर प्रहार..., आतंकिस्तान को करारा जवाब; ऑपरेशन सिंदूर से अब तक क्या-क्या हुआ?


22 अप्रैल 2025, सामान्य दिनों के जैसे वो भी सुबह रही। हर दिन जैसे कश्मीर आज भी उसी खूबसूरती के साथ पर्यटकों का स्वागत कर रहा था। हालांकि, किसी को नहीं पता था कि इस दिन को किसी की नजर लग जाएगी और अचानक से सब बदल जाएगा।


कश्मीर के पहलगाम में स्थित बैसरन (कश्मीर का स्विटजरलैंड) अपने यहां आए आगंतुकों का बांह फैला कर स्वागत कर रहा था। दोपहर के समय कुछ ऐसा हुआ कि देश का हर नागरिक हिल गया। विश्व के सभी देश सन्न रह गए। अचानक दोपहर में कुछ आतंकी आए और निर्दोष लोगों को मार गिराया। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया।


22 अप्रैल का 'काला' दिन


पहलगाम में आतंकियों ने कथित तौर पर पर्यटकों से उनका धर्म पूछा, उनसे कलमा पढ़ने को कहा। जब वह ऐसा नहीं कर सके तो आतंकियों ने उन्हें मार गिराया। इस घटना में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली। इस कायराना हरकत के बाद देश के हर नागरिक का खून उबल रहा था।


आतंकवाद के खिलाफ दुनिया भर के देशों ने उठाई आवाज


पहलगाम हमले के बाद दुनिया भर के देशों ने इस कायराना हरकत की निंदा की। पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों ने एक सुर में आवाज उठाई। विश्व के कई देशों के नेताओं ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ रहने का आश्वासन दिया। हालांकि, पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ की ओर से इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।


पीएम मोदी ने बीच में स्थगित की सऊदी अरब की यात्रा


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 और 23 मई को अपनी सऊदी अरब की यात्रा के लिए रवान हो गए थे। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उन्होंने तत्काल गृहमंत्री अमित शाह को कश्मीर जाने को कहा।


घटना वाले दिन ही गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे। 23 अप्रैल को उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीच में ही अपनी सऊदी अरब की यात्रा को स्थगित कर दिया और वापस स्वदेश लौट आए।

उच्च अधिकारियों के साथ पीएम मोदी की बैठक


भारत लौटते ही पीएम मोदी ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद पीएम मोदी अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई, जिसके बाद सरकार एक्शन में आई। सरकार ने आतंकियों के खात्मे और दुश्मन को सबक सिखाने के लिए पीएम मोदी की अध्यक्षता कैबिनेट सुरक्षा कमेटी (CCS) की बैठक हुई।

भारत के एक्शन से पाकिस्तान लाचार


इस बैठक में केंद्र की मोदी सरकार ने चार ऐसे फैसले लिए जिसने पाकिस्तान की नींव को हिला कर रख दिया। भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला लिया। इसके साथ ही अटारी-वाघा बॉर्डर तुरंत बंद करने का निर्देश दिया गया। भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानियों को तुरंत देश छोड़ने को कहा गया और पाकिस्तान उच्चायोग में कर्मचारियों को भी भारत से जाने को कहा गया।

दुनिया ने देखा भारत के आम नागरिक का गुस्सा


पहलगाम हमले के बाद देश के सभी नागरिकों के मन में केवल एक ही बात चल रही थी कि आतंकियों के खिलाफ ऐसा एक्शन हो कि ऐसी हिमाकत कोई ना कर सके। इस समय प्रत्येक देशवासियों के मन में केवल पाकिस्तान और उसके पोषित आतंकियों के खिलाफ गुस्सा भरा था।

देश का हर नागरिक पाकिस्तान में पल रहे आतंकियों के खिलाफ एक्शन चाहता था। पीएम मोदी ने बिहार की एक जनसभा में साफ शब्दों में कहा कि 'From the soil of Bihar, I am telling the world that India will identify and punish every terrorist, and those behind them.' यानी 'बिहार की धरती से मैं दुनिया को बता रहा हूं कि भारत हर आतंकवादी और उसके पीछे छिपे लोगों की पहचान करेगा और उन्हें दंडित करेगा।'

विपक्ष ने कहा हम केंद्र के साथ

पहलगाम हमले के बाद पूरे विपक्ष ने एक सुर में कहा कि केंद्र आतंकियों के खात्मे और सबक सिखाने के लिए जो भी एक्शन लेगा पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। एक सुर में देश के सभी दलों के नेताओं ने कहा कि आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस होना चाहिए।

'ऑपरेश सिंदूर' से आतंकवाद पर प्रहार


6 और 7 मई की रात..., भारतीय सेना का 'ऑपरेशन सिंदूर'। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के नौ ठिकानों को नष्ट किया। 7 मई को पड़ोसी मुल्क से धराशायी इमारतों की तस्वीरें आने लगीं। आतंकियों की लाशें गिने नहीं खत्म हो रही थी। पाकिस्तानी सेना को भी यकीन नहीं था कि भारत ने इतना बड़ा हमला किया।

भारत के हमले में नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त हो गए। कई बड़े आतंकी अड्डे नष्ट हो गए और मिट्टी में मिल गए। ऑपरेशन सिंदूर ने उन महिलाओं को इंसाफ दिलाया, जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने सुहाग को खोया था।


पाक के हर हमले का भारत ने दिया करारा जवाब


ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारत के कई जगहों को निशाना बनाया। भारत के कई शहरों पर हवाई हमले करने की कोशिश की। हालांकि, भारत के मजबूत एअर डिफेंस सिस्टम ने पाक के मंसूबों पर पानी फेर दिया। पाकिस्तान की ओर से एक के बाद एक ड्रोन हमले किए गए। भारत ने सभी ड्रोन हमलों को नाकाम किया।


कश्मीरियों ने आतंकवाद के खिलाफ छेड़ी लड़ाई

पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में आंतक को समाप्त करने की आवाज उठने लगी। वहीं, कश्मीरी लोगों ने भी आतंकवाद का विरोध किया। कश्मीर के कई हिस्सों में लोगों ने कैंडल मार्च निकाले और आतंक पर कड़े प्रहार की मांग की। यह वही कश्मीर था जो हमेशा से आतंक से पीड़ित रहा है। हालांकि, पिछले काफी समय में पहली बार कश्मीर के लोगों ने एकजुट होकर आतंक के खिलाफ आवाज उठाई।

भारत-पाक संघर्ष एवं सीजफायर


ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से भारत पर बड़े हमले की कोशिश की गई। पाकिस्तानी सेना की ओर से भारत के तरफ कई ड्रोन दागे गए। जिसको भारत ने पूरी तरीके से नष्ट कर दिया। वहीं, भारत ने पाकिस्तान पर बड़े हमले किए जिसमें पाकिस्तान के कई बड़े एअरबेसों को भारी नुकसान हुआ।


पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन


ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार 12 मई को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान देश की सेनाओं को सलाम किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया है। मैं उनकी वीरता, उनके साहस, उनके पराक्रम को आज हमारे देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं।

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हमने भारतीय सेना को आतंकवादियों का सफाया करने की पूरी आजादी दी है और आज हर आतंकवादी, हर आतंकी संगठन जानता है कि 'हमारी बहनो, बेटियों के माथे से सिन्दूर हटाने का अंजाम क्या होता है।


यहां पढ़िए पूरी टाइमलाइन


22 अप्रैल: पहलगाम आतंकी हमला, जिसमें 26 नागरिक मारे गए।

23 अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर दिल्ली पहुंचे। पीएम की अगुआई वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने पाकिस्तान के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई का फैसला किया।

24 अप्रैल: बिहार के मधुबनी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार लोगों और उनके साजिशकर्ताओं को उनकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी।

7 मई: भारतीय सशस्त्र बलों ने 01:05 बजे से 01:30 बजे तक ऑपरेशन सिंदूर चलाया। पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया।

7 मई की रात: पाकिस्तान ने भारतीय ठिकानों पर ड्रोन हमले का प्रयास किया। सभी प्रयास विफल। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की।

8 मई की रात: पाकिस्तान ने लेह से सरक्रीक तक 36 स्थानों पर 300-400 ड्रोन छोड़े, जिनका उद्देश्य सैन्य ढांचे और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाना था। प्रयास विफल। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई शुरू की।

9 मई की रात: पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों को निशाना बनाकर ड्रोन हमलों का प्रयास किया। हवाई अड्डों और वायु सेना के ठिकानों सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। सभी प्रयास विफल।

10 मई: भारत ने पाकिस्तानी सेना के वायु रक्षा प्रणालियों से लेकर रडार साइटों और कमांड सेंटरों तक आठ प्रमुख प्रतिष्ठानों पर हथियारों और मिसाइलों से सटीक हमले किए। पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने भारतीय समकक्ष को हॉटलाइन पर काल किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका द्वारा मध्यस्थता किए गए पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम पर भारत-पाक समझौते की घोषणा की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शाम छह बजे संघर्ष समाप्त करने पर सहमति की घोषणा की।

11 मई: भारतीय सेना ने कहा कि सैन्य हमलों के दौरान 35-40 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए। भारत ने पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया, लेकिन संख्या बताने से परहेज किया।

12 मई: भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ ने बातचीत की। इस बात पर सहमति हुई कि दोनों पक्ष सीमाओं और अग्रिम क्षेत्रों से सैनिकों की संख्या में कमी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपायों पर विचार करेंगे। राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ नई नीति है। भारत परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा।


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