भारत मार्गदर्शक संघ साबरकांठा द्वारा कैदि सुधार अभियान के तहत जिला उपजेल में 270 कैदियों को योग का प्रशिक्षण दिया गया।
भारत मार्गदर्शक संघ साबरकांठा द्वारा कैदि सुधार अभियान के तहत जिला उपजेल में 270 कैदियों को योग का प्रशिक्षण दिया गया।
योग कोई व्यायाम नहीं बल्कि जीवन बदलने वाला उपकरण है। यदि आप इसे दैनिक दिनचर्या में लाएंगे तो आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी और आप अपने जीवन को नई दिशा देंगे और एक अच्छे नागरिक बनेंगे -
अतुलभाई दीक्षित के शब्द
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल एवं सुधार प्रशासन कार्यालय (जिला उपजेल) में भारत स्काउट गाइड संघ साबरकांठा द्वारा विश्व योग दिवस पर जेलों में बंदियों को योगाभ्यास का प्रशिक्षण रेंजर कमिश्नर सोनलबेन डामोर, योग शिक्षक रमेशभाई वाजा, पतंजलि महिला प्रतिनिधि तेजल बेन पटेल एवं दिया गया।
जिला स्काउट उपाध्यक्ष प्रशांतभाई व्यास द्वारा। इस अवसर पर अतिथि के रूप में पहुंचे जिला मुख्य आयुक्त अतुलभाई दीक्षित ने कैदियों को योग के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि योग सिर्फ व्यायाम नहीं बल्कि जीवन बदलने का साधन है।
यदि आप इस साधना को दैनिक दिनचर्या बना लेंगे तो आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी और आपके जीवन को एक नई दिशा मिलेगी।
जिला जेल में वर्तमान में 249 कच्चे कैदी, 3 मेहनती कैदी, 4 मेहनती कैदी और 14 सीटें हैं, इस तरह कुल 270 कैदी हैं, जिनमें युवा कैदियों की संख्या अधिक है।
उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि जेल एक मंदिर है और इस मंदिर में अच्छी शिक्षा दी जाती है. इस अच्छी शिक्षा को प्राप्त करके हम जीवन को अच्छे ढंग से जियें और एक अच्छे नागरिक बनें।
इस अवसर पर जेल सुधार प्रशासनिक अधीक्षक श्री पीजे चावड़ा, रेंजर्स कल्पनाबेन निनामा, जेलर श्री केएम बारा, पुलिस अधिकारियों और कैदियों ने एक साथ विभिन्न अभ्यास करके योग दिवस 2023 को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया।
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