दैनिक राशिफल

दैनिक पंचांग और दैनिक राशिफल
Date :27 - 03 - 2022(रविवार)
सूर्योदय :06.28 am
सूर्यास्त  :06.36 pm
सूर्य राशि :मीन
चन्द्रोदय :03.00 am
चंद्रास्त :01.55 pm
चन्द्र राशि :मकर
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2079
अमांत महीना :फाल्गुन 25
पूर्णिमांत महीना :चैत्र 9
पक्ष :कृष्ण 10
तिथि :दशमी 6.04 pm तक, बाद में एकादशी
नक्षत्र :उत्तराषाढ़ा 1.32 pm तक, बाद में श्रवण
योग :शिव 8.15 pm तक, बाद में सिद्ध
करण :वणिज 7.02 am तक, बाद में विष्टि 6.04 pm तक, बाद में बव
राहु काल :4.30 - 5.30 PM
कुलिक काल :3.15 - 4.15 PM
यमगण्ड :12.30 - 1.30 PM
अभिजीत मुहूर्त :12:07 PM - 12:56 PM
दुर्मुहूर्त :04:59 PM - 05:47 PM

मेष 
अपने विचार व्यक्त करने में हिचकिचाएँ नहीं। आत्मविश्वास की कमी को ख़ुद पर हावी न होने दें, क्योंकि यह सिर्फ़ आपकी समस्या को और जटिल बनाएगा, साथ ही आपकी तरक़्क़ी में भी रोड़ा अटकाएगा। अपना आत्मविश्वास फिर से हासिल करने के लिए अपनी बात खुल कर कहें और परेशानियों का सामना होठों पर मुस्कुराहट के साथ करें। इस बात में सावधानी बरतें कि आप किसके साथ आर्थिक लेन-देन कर रहे हैं। परिवार के साथ रिश्ते-नातों में नयी जान डालने का सही समय है। रोमांटिक ज़िन्दगी में बदलाव मुमकिन है। आज के दिन अधिकांश समय ख़रीदारी और दूसरी गतिविधियाँ में जाएगा। अगर आप अपने जीवनसाथी को लंबे समय तक कोई सरप्राइज़ नहीं देते हैं, तो आप परेशानियों को न्यौता दे रहे हैं। 

भाग्यशाली दिशा : दक्षिण पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : हरा रंग

वृषभ 
आज स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें। किसी भी व्यक्ति के साथ बौद्धिक चर्चा या वाद-विवाद न कीजिएगा। आपके मित्र पक्ष में खड़े रहकर आपकी मदद करते नजर आएंगे। आपका आज का दिन सुख-शांतिपूर्वक बीतेगा। पारिवारिक जीवन में भी आनंद छा जायेगा। शारीरिक और मानसिक स्वस्थता प्राप्त होगी। प्रोपर्टी से जुड़े लेन-देन पूरे होंगे और लाभ पहुँचाएंगे। अपनी छिपी क्षमता को बाहर लाने का यह उत्तम समय है। याद रखिए कि आंखें कभी झूठ नहीं बोलतीं। आज आपके प्रिय की आंखें आपको वाकई कुछ खास बताएंगी। परिवार के सुख-दुख के भागीदार बनें, ताकि उन्हें महसूस हो कि आप वाकई उनका ख्याल रखते हैं।

भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हल्का नीला

मिथुन 
दोस्तों के साथ मिलकर आप कुछ नया और सकारात्मक काम कर सकते हैं। इसके लिए कोशिश और पहल आपको ही करनी होगी। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बीतेगा। अविवाहित लोगों को विवाह या प्रेम प्रस्ताव मिल सकते हैं। परिवार में वैचारिक मतभेद खत्म हा सकतेहैं। आपके लगभग सभी काम पूरे होंगे। आपके काम करने का तरीका लोगों को प्रभावित करेगा। दोस्तों और भाइयों से सहयोग मिल सकता है।इस सप्ताहांत में आप काफ़ी-कुछ करना चाहते हैं, लेकिन अगर आप काम टालते रहेंगे तो ख़ुद पर ही खीझ पैदा होने लगेगी।

भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग

कर्क 
भावी माताओं को सेहत को लेकर थोड़ी ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है। पैसे कमाने के नए मौक़े मुनाफ़ा देंगे। घरेलू काम थका देने वाला होगा और इसलिए मानसिक तनाव की वजह भी बन सकता है। मुमकिन है कि यह आपके रोमांटिक जीवन का सबसे मुश्किल दौर होगा, जो आपको दिल पूरी तरह से तोड़ सकता है। आप जिस प्रतियोगिता में भी क़दम रखेंगे, आपका प्रतिस्पर्धी स्वभाव आपको जीत दिलाने में सहयोग देगा। अपने जीवन की सभी समस्याओं को नजरअंदाज करते हुए आपका जीवन साथी आपके साथ खड़ा रहेगा। जोखिम के कामों से बचकर रहें।

भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : पीला रंग

 सिंह 
आज अपने उत्साह को काबू में रखें, क्योंकि ज्यादा खुशी भी परेशानी का सबब बन सकती है। आजीविका एवं सुख के साधन जुटा पाएंगे। किसी से सहयोग की आशा नहीं करें। बौद्धिक चिंतन से आशंकाएं दूर होंगी। जो विदेश जाने का विचार कर रहे है उनके विदेश जाने के योग बन रहे हैं। कामकाज में आ रहे बदलावों के कारण आपको लाभ मिलेगा। शेयर मार्केट में निवेश करना शुभ साबित हो सकता है। परिवार में किसी सदस्य के साथ कहा-सुनी के चलते माहौल थोड़ा बोझिल हो सकता है, लेकिन यदि आप स्वयं को शान्त रखें व धैर्य से काम लें तो सबका मूड बढ़िया कर सकते हैं।

भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : पीला रंग

कन्या 
परेशान लोगों को कुछ राहत मिल सकती है। धन की बचत करने में सफल रहेंगे। अपनी कोशिशों के दम पर सही समय पर सही जगह आप मौजूद रहेंगे और इससे आपके रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। घर-परिवार या पड़ोस में कोई कठिन परिस्थिति बने तो सकारात्मक रहें। दाम्पत्य जीवन में सुख मिलेगा। शादी लायक लोगों को आज ऑफर मिल सकते हैं। लोग आपकी सलाह मानेंगे। आज आप थोड़ा संतुलित व्यवहार रखें। आपकी आय और खर्चों में तालमेल बना रहेगा। आज बच्चों के प्रति आपका स्वभाव नरम बना रहेगा। 

भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग

तुला
अपनी शारीरिक सेहत सुधारने के लिए संतुलित आहर लें आज आप आसानी से पैसे इकट्ठा कर सकते हैं- लोगों को दिए पुराने कर्ज़ वापिस मिल सकते हैं- या फिर किसी नयी परियोजना पर लगाने के लिए धन अर्जित कर सकते हैं। पारिवारिक उत्तरदायित्व में वृद्धि होगी, जो आपको मानसिक तनाव दे सकती है। एकतरफ़ा प्यार आपको निराश कर सकता है। भरपूर रचनात्मकता और उत्साह आपको एक और फ़ायदेमंद दिन की ओर ले जाएंगे। आप अपने जीवन साथी के साथ बहुत बढ़िया समय बिताएंगे। हर एल पल आपको एक दूसरे के और करीब लाएगा। अपने जीवनसाथी के साथ एक कैंडल लाइट डिनर सम्भवतः आपकी हफ़्ते भर की थकान को दूर कर सकता है।

भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : पीला रंग

वृश्चिक
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से मध्यम फलदायी है। उत्साह एवं आपके चौकसी के गुण किसी भी कार्य को बेहतर रूप से संपन्न करवाने में सहायक होंगे। आज आपको अपने उग्र स्वभाव पर नियंत्रण रखना होगा वरना दूसरे लोग आपसे दूरियां बना लेंगे। अपनी जिंदगी के मुद्दों को लेकर आप बहुत भावुक हो रहे हैं लेकिन फिर भी अपने दिमाग को शांत रखें। आज केवल अपने काम से ही मतलब रखना उपयुक्त रहेगा। आपके स्वभाव में उग्रता रहेगी और स्वास्थ्य कुछ कमजोर भी रहेगा। धार्मिक यात्रा या प्रवास की भी संभावना है। व्यावसायिक क्षेत्र में विघ्न या विवाद होने की भी संभावना है।

भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग

धनु
फायदे की स्थिति बन सकती है। आज पैसों से जुड़े सारे काम कर लें। जो आप करना चाह रहे हैं। फालतू खर्चों से बच सकते हैं। अपनी दिनचर्या में सुधार करेंगे। कोई सूचना या कोई विचार कहीं से आपके दिमाग में आ सकता है। कुछ नया करने की कोशिश करें। आप बहुत हदतक सफल हो सकते हैं। यात्रा का विचार बनेगा या ऐसी स्थिति भी बन सकती है कि यात्रा करनी जरूरी हो जाएगी। धन लाभ होगा। परेशानियां खत्म हो सकती हैं।

भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हरा रंग

 मकर
मानसिक तौर पर आप स्थिर महसूस नहीं करेंगे- इसलिए इस बात का ख़याल रखें कि दूसरों के सामने आप कैसे बर्ताव करते और बोलते हैं। माता-पिता की मदद से आप आर्थिक तंगी से बाहर निकलने में क़ामयाब रहेंगे। ज़रुरत से ज़्यादा दोस्ताना बर्ताव करने वाले अजनबियों से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। भावनात्मक उथल-पुथल आपको परेशान कर सकती है। यात्रा और शिक्षा से जुड़े काम आपकी जागरुकता में वृद्धि करेंगे। जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद होने की काफ़ी संभावना है।

भाग्यशाली दिशा : उत्तर पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : नीला रंग

कुंभ
आज रिश्तो को मजबूत करने की कोशिश करें। यह आपके लिए अपने अंतर्मन में झाँकने का बहुत अच्छा समय है और आपको इसका उपयोग अपनी कमियां दूर करने के लिए इसका उपयोग जरुर करना चाहिए। धन लाभ होगा। जीवनसाथी से बहुत ज़्यादा उम्मीदें रखना आपको वैवाहिक जीवन में उदासी की तरफ ले जा सकता है। यथार्थवादी रवैया अपनाएँ और जो आपकी ओर मदद का हाथ बढ़ाएँ। पार्टनर की भावनाओं को समझें। आज के दिन क्रोध करना आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है इससे अपने कार्य बिगड़ेंगे और व्यापार में हानि होने की संभावनाएं बनेगी और आपके कार्यों में मुश्किलें उत्पन्न होगी।

भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : नीला रंग

मीन
आज निर्धारित कार्य संम्पन न होने की वजह से निराशा बनी रहेगी। बिना प्लानिंग किए भी कोई बड़ा काम जल्दी हो सकता है। आपके रिश्तों में अचानक बड़े बदलाव होने के योग हैं। मन की बात जताने और रूठे हुए लोगों को मनाने का समय है। इससे आप अच्छा महसूस करेंगे। आप में उत्साह भी बहुत रहेगा। मन में अच्छे विचार आएंगे। लोग आपसे आपके विचारों के बारे में बातें कर सकते हैं। आज आप अपने लिए नए अवसर तलाश करने की पूरी कोशिश करें। कुछ महत्वपूर्ण लोगों से दोस्ती हो सकती है। परिवार से सहयोग मिलता रहेगा।

भाग्यशाली दिशा : दक्षिण पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग


2 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो रही है..यह आलेख बहुत ही आप सब के लिए उपयोगी साबित होगा.पढ़िए यह पुरा आलेख... 
दुर्गा सप्तशती चमत्कार नहीं एक वरदान है
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💎जाने दुर्गा सप्तशती पाठ के चमत्कार
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दुर्गा सप्तशती एक ऐसा वरदान है, एक ऐसा प्रसाद है, जो भी प्राणी इसे ग्रहण कर लेता है। वह प्राणी धन्य हो जाता है जैसे मछली का जीवन पानी में होता है, जैसे एक वृक्ष का जीवन उसके बीज में होता है, वैसे ही माँ के भक्तों के लिए उनका जीवन, उनके प्राण, दुर्गा सप्तशती में स्थित होते है। इसके हर अध्याय का एक खास और अलग उद्देश्य बताया गया है, और ये देवी के विभिन्न शक्तियां को जागृत करने के 13 ब्रह्मास्त्र कह सकते हैं।

💎दुर्गा सप्तशती के पाठों का महत्व
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1.मार्कण्डेय पुराण में वर्णित चमत्कारिक देवी महात्म्य में माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन।

2. इसे स्वयं ब्रह्मा जी ने मनुष्यों की रक्षा के लिए बेहद गुप्त और परम उपयोगी मनुष्य का कल्याण कारी देवी कवच बताया गया है। स्वयं ब्रह्मदेव ने कहा है, कि जो मनुष्य दुर्गा सप्तशती का पाठ करेगा, वह परम सुख भोगेगा।

3. इस दुर्गा सप्तशती को शत चंडी, नवचंडी अथवा चंडीपाठ भी कहा गया है।

4. ये एक जागृत तंत्र विज्ञान है, दुर्गा सप्तशती पाठ के श्लोको का असर निश्चित रूप से होता है। और तीव्र गति से इसका प्रभाव पड़ता है। इसमें ब्रह्माण्ड की तीव्र शक्तिओ का ज्ञान छुपा है।

5.यदि मनुष्य सही तरीके से और सही विधि से पढ़ लेता है तो मनुष्य के जीवन की समस्त परेशानियों का अंत सुनिश्चित है।

💎दुर्गा सप्तशती पाठ का फल
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दुर्गा सप्तशती अध्याय – 1
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🚩किसी भी प्रकार की चिंता है,किसी भी प्रकार का मानसिक विकार यानी की मानसिक कष्ट है। तो दुर्गा सप्तशती के प्रथम अध्याय के पाठ से इन सभी मानसिक विचारों और दुष्चिंताओं से मुक्ति मीलती है।
इंसान की चेतना जागृत होती है और विचारों को सही दिशा मीलती है। किसी भी प्रकार के नेगेटिव विचार आप पर हावी नहीं होते हैं। अतः दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय से आपको हर प्रकार की मानसिक चिंताओं से मुक्ति मीलती है।
 
दुर्गा सप्तशती अध्याय – 2
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🚩दुर्गा सप्तशती के दूसरे अध्याय के पाठ से मुकदमे में विजय मीलती है। किसी भी प्रकार का आपका झगड़ा हो, वाद विवाद हो, उसमें शांति आती है,और आपके मान, सम्मान की रक्षा होती है।
दूसरा पाठ विजय के लिए होता है। लेकिन आपका उद्देश्य आपकी मंशा सही होनी चाहिए तभी ये पाठ फल देता है। अगर आप झूठ की बुनियाद मैं कभी इस अध्याय का पाठ करते हैं और चाहते हैं कि माँ आपकी सहायता करें,तो ये आपकी बहुत बड़ी भूल है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 3
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🚩तीसरे अध्याय का पाठ शत्रुओं से छुटकारा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। दोस्तों शत्रुओं का भय व्यक्ति के जीवन में बहुत पीड़ा का कारण होता है क्योंकि भय ग्रस्त व्यक्ति चाहे वो कितनी भी सुख सुविधा में रह रहा हो कभी भी सुखी नहीं रह सकताहै अतः इस अध्याय के पाठ करने से आंतरिक और बाहरी दोनों प्रकार के भय नष्ट हो जाते हैं। अगर आपके गुप्त शत्रु हैं जिनका पता नहीं चलता और जो सबसे ज्यादा हानि पहुंचा सकते हैं तो ऐसे शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिए तीसरे अध्याय का पाठ करना सर्वोत्तम होता है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 4
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🚩दुर्गा सप्तशती का चौथा अध्याय माँ की भक्ति प्राप्त करने के लिए उनकी शक्ति उनकी ऊर्जा को प्राप्त करने के लिए और उनके दर्शनों के लिए सर्वोत्तम है।
वैसे तो इस ग्रंथ के हर अध्याय के हर शब्द में माँ की ऊर्जा निहित है। फिर भी माँ की निष्काम भक्ति महसूस करने के लिए और दर्शनों के लिए यह अध्याय सर्वश्रेष्ठ जान पड़ता है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 5
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🚩पांचवे अध्याय के प्रभाव से हर प्रकार के भय का नाश होता है। चाहे वो भूत प्रेत की बाधा हो,या बुरे स्वप्न परेशान करते हो। या व्यक्ति हर जगह से परेशान हो,तो पांचवें अध्याय के पाठ से इन सभी चीजों से मुक्ति मीलती है।

 दुर्गा सप्तशती अध्याय – 6
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🚩इस अध्याय का पाठ किसी भी प्रकार की तंत्र बाधा हटाने के लिए किया जाता है।इसके अलावा आपको लगता है कि आपके ऊपर जादू ,टोना किया गया हो,आपके परिवार को बांध दिया हो,या राहु और केतु से आप पीड़ित हो तो छठवें अध्याय का पाठ इन सभी कष्टों से आपको मुक्ति दिलाता है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 7
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🚩किसी भी विशेष कामना की पूर्ति के लिए सातवाँ अध्याय सर्वोत्तम है। अगर सच्चे और निर्मल दिल से माँ की पूजा की जाती है और सातवें अध्याय का पाठ किया जाता है तो व्यक्ति की कामना पूर्ति अवश्य होती हैं।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 8
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🚩अगर आपका कोई प्रिय आपसे बिछड़ गया हैं, कोई गुमशुदा है और आप उसे ढूँढकर थक चूके हैं तो आठवें अध्याय का पाठ चमत्कारिक फल प्रदान करता है।
🚩बिछड़े हुए लोगों से मिलने के लिए। इसके अलावा वशीकरण के लिए भी इस अध्याय का पाठ किया जाता है,लेकिन वशीकरण सही व्यक्ति के लिए किया जा रहा है,
सही मंशा के साथ किया जा रहा हो, इसका ध्यान रखना बहुत आवश्यक है,नहीं तो फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। इसके अलावा धन लाभ के लिए धन प्राप्ति के लिए भी आठवें अध्याय का पाठ बेहद शुभ माना जाता है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 9
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🚩नौवा अध्याय का पाठ संतान के लिए किया जाता है। पुत्र प्राप्ति के लिए या संतान से संबंधित किसी भी परेशानी के निवारण के लिए दुर्गा सप्तशती के नवम अध्याय का पाठ किया जाता है। इसके अलावा  संतान की उन्नति प्रगति के लिए तथा किसी भी प्रकार की खोई हुई अमूल्य वस्तु की प्राप्ति के लिए भी नौवें अध्याय का पाठ करना उत्तम होता है। यह आपकी हर मनोकामना पूर्ण करने में सहायक है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 10
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🚩अगर संतान गलत रास्ते पर जा रही है तो ऐसी भटकी हुई संतान को सही रास्ते पर लाने के लिए दसवां अध्याय सर्वश्रेष्ठ है। अच्छे और योग्य पुत्र की कामना के साथ अगर दसवें अध्याय का पाठ किया जाए, तो योग्य संतान की प्राप्ति होती हैं और प्राप्त संतान सही रास्ते पर चलती है। 

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 11
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🚩अगर आपके व्यापार में हानि हो रही है,पैसों का जाना रुक नहीं रहा है,किसी भी प्रकार से धन की हानि आपको हो रही हो,तो इस अध्याय का पाठ करना चाहिए। इसके प्रभाव से आपके अनावश्यक खर्चे बंद हो जाते है। और घर में सुख शांति का वास रहता है।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 12
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🚩इस अध्याय का पाठ करने से व्यक्ति को मान सम्मान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा जिस व्यक्ति पर गलत दोषारोपण कर दिया जाता है,जिससे उसके सम्मान की हानि होती है तो ऐसी स्थिती से बचने के लिए दुर्गा सप्तशती के 12 वें अध्याय का पाठ करना चाहिए।
🚩रोगों से मुक्ति के लिए भी 12 वें अध्याय का पाठ करना असीम लाभकारी है। कोई भी ऐसा रोग जिससे आप बहुत सालो से दुखी है और डॉक्टर की दवाइयों का कोई असर नहीं हो रहा है। तो 12 वे अध्याय का पाठ आपको अवश्य करना चाहिए।

दुर्गा सप्तशती अध्याय – 13
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🚩तेहरवे अध्याय का पाठ माँ भगवती की भक्ति प्रदान करता है। किसी भी साधना के बाद माँ की पूर्ण भक्ति के लिए इस अध्याय का पाठ अति महत्वपूर्ण है।
🚩किसी विशेष मनोकामनाओ को पूर्ण करने के लिए,किसी भी इच्छित वस्तु की प्राप्ति के लिए,इस अध्याय का पाठ अत्यंत प्रभावी माना गया है।
!!!जय माँ अम्बे !!!!!

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