पालड़ी शिशु गृह की नौ मास की दो बच्चीको नए माता पिता मिले।

पालड़ी  शिशु गृह  की नौ  मास की  दो बच्चीको  नए  माता  पिता  मिले।
ब्यूरो रिपोर्ट
 विक्रम सिंह झाला
गांधीनगर
गुजरात

 छोटे  बच्चे  को  त्यजने  का  बहुत  मामले  सामने  आते  है  उसका  पाप  छुपानेके  ले  जिए   पठठर  दिल  के  लोगों  छोटे  के   बच्चे  के  इक्लता  का  लाभ  उठाके  तुरंत  ही  जन्मे  बच्चेके  छोड़के  चले  जाते  है ताजेतरमे  गांधीनगर  मे  फूल  जैसा  कोमल  बच्चेको  उसके  पिता  छोड़के  चले  गए  थे  गिनतिके  समयमे  पुलिस  ने  उसके  पापा  को  हिरासतमे  ले  लिया  था  अभी  अभी  साबरकांठा  के  तलोद  के  महियाल  गावकी  सिममेसे   ओर  मोडासा मे  भी   नवजात लावारिश  बच्चा  मिला  था 
लेकिन  कई  लोगों एसे  भी  होते  है  उसको  सालों  के  बाद  बहु  गोद  सुनी  होती  है  इसे  लोगों  बच्चे  हो  या  बच्ची  वो  लोग  दत्तक  लेते  है  ओर  उसकी  मनोकामना  पूर्ण  करते  है  एसाही  किस्से  मे  राजकोट  के  एक दो   दंपति  सामने  आए  है  सुजाता  नंदी  ओर  काजल  नंदी   वो  शिक्षक की  ड्यूटी  निभाते  है  उसेको  शादी  के  दस  साल  बाद  भी  उसकी  गोद  सुनी   थी  तो  उन्होंने  दत्तक  लेनेके  लिए  पालड़ी  शिशु  गृहमे  अप्लाय  किया  थे   उसी वखत  उसका  ३५००  व  नंबर  वेटिंग  था ए  साल  दिवाली  पहेले  फोन  आया  था   की  आपका  नंबर  आया ही  आप  बच्चे के  दत्तक  ले  सकते  तो  आज  उन्होंने  रजिस्ट्रेशन  करके  एलिस  ब्रिज  के  धारा  सभ्य  राकेशभाई  ओर  तारक  महेता  का  उल्टा  चशमा  के  अंजली  भाभी  के  हस्तक  दो  बच्चे  को  नया  माता  पिता  मिले  थे।
 छोटे  बच्चे  को  त्यजने  का  बहुत  मामले  सामने  आते  है  उसका  पाप  छुपानेके  ले  जिए   पठठर  दिल  के  लोगों  छोटे  के   बच्चे  के  इक्लता  का  लाभ  उठाके  तुरंत  ही  जन्मे  बच्चेके  छोड़के  चले  जाते  है ताजेतरमे  गांधीनगर  मे  फूल  जैसा  कोमल  बच्चेको  उसके  पिता  छोड़के  चले  गए  थे  गिनतिके  समयमे  पुलिस  ने  उसके  पापा  को  हिरासतमे  ले  लिया  था  अभी  अभी  साबरकांठा  के  तलोद  के  महियाल  गावकी  सिममेसे   ओर  मोडासा मे  भी   नवजात लवारिश  बच्चा  मिला  था 
लेकिन  कई  लोगों एसे  भी  होते  है  उसको  सालों  के  बाद  बहु  गोद  सुनी  होती  है  इसे  लोगों  बच्चे  हो  या  बच्ची  वो  लोग  दत्तक  लेते  है  ओर  उसकी  मनोकामना  पूर्ण  करते  है  एसाही  किस्से  मे  राजकोट  के  एक दो   दंपति  सामने  आए  है  सुजाता  नंदी  ओर  काजल  नंदी   वो  शिक्षक की  ड्यूटी  निभाते  है  उसेको  शादी  के  दस  साल  बाद  भी  उसकी  गोद  सुनी   थी  तो  उन्होंने  दत्तक  लेनेके  लिए  पालड़ी  शिशु  गृहमे  अप्लाय  किया  थे   उसी वखत  उसका  ३५००  व  नंबर  वेटिंग  था ए  साल  दिवाली  पहेले  फोन  आया  था   की  आपका  नंबर  आया ही  आप  बच्चे के  दत्तक  ले  सकते  तो  आज  उन्होंने  रजिस्ट्रेशन  करके  एलिस  ब्रिज  के  धारा  सभ्य  राकेशभाई  ओर  तारक  महेता  का  उल्टा  चशमा  के  अंजली  भाभी  के  हस्तक  दो  बच्चे  को  नया  माता  पिता  मिले  थे।

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