धरमपुर के आश्रम शाला में दीपावली से पूर्व दीपावली का अद्भुत नज़ारा
धरमपुर के आश्रम शाला में दीपावली से पूर्व दीपावली का अद्भुत नज़ारा दीपावली या दिवाली, 'प्रकाश का त्योहार' है जो अंधकार पर प्रकाश की विजय, बुराई पर अच्छाई की जीत और ज्ञान पर अज्ञान की जीत का प्रतीक है। धरमपुर के आश्रम शाला में दीपावली से पूर्व दीपावली का अद्भुत नज़ारा https://youtu.be/AyqD0uIJ4pA?si=fQUdlw3I9Y9WgK8M यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और इसे धन, समृद्धि और नई शुरुआत के त्योहार के रूप में देखा जाता है। इस अवसर पर लोग अपने घरों को दीयों, मोमबत्तियों और रंगोली से सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। मुख्य रूप से, इसमें धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी और विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। सजावट: लोग अपने घरों को सजाते हैं, रोशनी करते हैं और खूबसूरत रंगोली बनाते हैं ताकि देवी लक्ष्मी का स्वागत किया जा सके। पूजा: भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। आतिशबाजी: यह पारंपरिक रूप से आतिशबाजी के साथ मनाया जाता है, जिसे नकारात्मकता के विनाश के रूप में देख...